Tareef shayari | khubsurti ki tareef shayari 2 line
Is Duniya ka koi bhi Insan Ho use apni Khud ki Tarif bahut pasand Aati Hai. Yahi Dekhkar main aap logon ke liye Lekar Aaya Hoon tareef shayari | khubsurti ki tareef shayari 2 line | khubsurti ki tareef shayari in hindi | khubsurti ki tareef shayari .
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Tareef shayari
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
मेरे हमदम तुम्हें बड़ी फुर्सत में बनाया है,
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें,
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।
जुल्फें ये तुम्हारी बादल की याद दिला दें,
नज़र भर देख लो जो किसी को,
नेक दिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए।
हटा के ज़ुल्फ़ चहरे से,
न तुम छत पर शाम को जाना,
कहीं कोई ईद ना करले सनम,
अभी रमज़ान बांकी है।
न तुम छत पर शाम को जाना,
कहीं कोई ईद ना करले सनम,
अभी रमज़ान बांकी है।
बड़ा हैरान हूं देखकर आईने का ज़िगर,
एक तो तेरी कातिल नज़र
और उस पर काज़ल का कहर।
एक तो तेरी कातिल नज़र
और उस पर काज़ल का कहर।
एक तिल का पहरा भी जरूरी है,
लबों के आसपास,
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को,
कोई नज़र न लगा दे।
लबों के आसपास,
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को,
कोई नज़र न लगा दे।
ग़ुस्से में जो निखरा है, उस हुस्न की क्या बात, कुछ देर अभी मुझसे तुम यूँ ही ख़फ़ा रहना। बस इस शौक़ में पूछी हैं लाखो बातें, मैं तेरा हुस्न तेरे हुस्न-ए-बयाँ तक देखूँ।
मुझे गलत मत समझना शायरी | Mujhe galat mat samajhna shayari
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया, उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया। वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो, उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया हूँ।आसमां में खलबली है सब यही पूछ रहे हैं,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।
khubsurti ki tareef shayari 2 line |
khubsurti ki tareef shayari in hindi
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है,
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है,
खूबसूरती की इंतेहा है तू...
तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
एक तिल का पहरा भी जरूरी है,
लबों के आसपास,
डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को,
कोई नज़र न लगा दे।
गले मिला है वो मस्त-ए-शबाब बरसों में,
हुआ है दिल को सुरूर-ए-शराब बरसों में,
निगाह-ए-मस्त से उसकी हुआ ये हाल मेरा,
कि जैसे पी हो किसी ने शराब बरसों में।
यह आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें,
तुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आंखों से आकर,
पूछो कितने लाजवाब हो तुम..
कुछ मौसम आज सुहाना है,
कुछ मेरा अंदाज दीवाना है,
तेरे हुस्न की पूजा करूँ या चुप रहूं,
गुनाह दोनों की संगीन हैं…
khubsurti ki tareef shayari in hindi |
tareef shayari for beautiful girl in english
Wahi chehra wahi aankhe
Wahi rangat nikle
Jab bhi koi khwaab tarashu
Teri hi murat nikle 💘
Unke katal karne ki
Tarqeeb toh dekho
Jab guzare unke kareeb se
Toh naqaab hata diya…!
Teri tasveer zaroor hai mere paas
Magar uski koi zaroorat nahi kyuki
Tere khoobsurat chehre ko hamne
Aankho mee basa rakha hai 💖
Kabhi tujhe gour se dekhne ki
koshish nahi ki
Suna hai apno ki nazar badi jaldi
lag jati hai 😐
Ae khuda unki har pal
hifaazat rakhna
Aab khoobsurat chehra udaas
acha nahi lagta 😐
tareef shayari for beautiful girl in english
husn ki tareef shayari
मुझे क्या मालूम था हुस्न क्या होता है
मेरी नज़रों ने तुझे देखा और अंदाजा हो गया
हमें कहाँ मालूम था तेरे चेहरे के तिल का राज़
किसी ने बताया के हुस्न का पहरेदार है ये
मैं भी लिख देता किताब तेरे हुस्न की तारीफ़ में
काश तेरी वफ़ा और हुस्न का कोई मुकाबला भी होता
फूलों सा कोमल चेहरा तेरा, तू संगमरमर की मूरत है
तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ, तू इतनी खूबसूरत है
डरता हूँ कहीं लग न जाए तेरे हुस्न को मेरी नज़र
इस लिए अभी तक तुझे गौर से देखा ही नहीं
husn ki tareef shayari |
tareef shayari in hindi
तेरे हसीं होंठों के आसपास,
एक काले तिल का पहरा भी जरूरी है,
हम तो डरते हैं कही,
कोई कम्बख्त नज़र न लगा दे.
तेरे दिल में उतर जाने को जी चाहता है,
बाँहों से तेरी लिपट कर, जीवन बिताने को जी चाहता है,
खुबसूरत की मूरत है तू, तेरी साँसों में समा क्र,
तुझे अपनी ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है.
कभी देख उतर कर, मेरे दिल की गहराई में,
की तू भी जान सके मेरे जज़्बात को,
जी तो चाहता है की चाँद को तेरे सामने खड़ा कर दूँ
ताकि वो भी जान जाये अपनी औकात, मेरे चाँद के आगे.
क्या हसीनों जमील चेहरा है तुम्हारा,
ये दिल सदियों से है देवना तुम्हरा,
लोग कहते है तुम्हे, चाँद का टुकड़ा…
हम तो कहते है की, चाँद भी टुकड़ा है तुम्हरा.
तेरी खुशबू से दूर जाने का जी नहीं करता,
तेरी बाहों को छोड जाने का जी नहीं करता,
मौत भी बहुत खूबसूरतहै तुझसे,
लेकिन तुझको इस जालिम दुनिया में अकेला छोड जाने को जी नहीं करता |
tareef shayari in hinditareef shayari for friend |
हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है,
कभी-कभी प्यार में बेवफाई होती है,
हमारे तरफ हाथ बढ़ाकर तो देखो,
दोस्ती में कितनी सच्चाई होती है।
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
दोस्ती का मतलब हमसे क्या पुछते हो,
हम अभी इन बातो से अंजान बढ़े हैं,
सिर्फ एक गुजरिश है की भूल ना जाना हमें,
क्यों दोस्ती ही हमारी एकलौती जान बनी हुई है।
अजनबी थे आप हमारे लिए,
यू आपका दोस्त बनकर मिलना अच्छा लगा,
बेशक समंदर से भी गहरी है आपकी दोस्ती,
हम तरना तो आता था,
मगर दुब जाना अच्छा लगा।
हंसी ना महंगी है, ना हंसी सस्ती है
इस हंसी में ही सारी दुनिया बसती है
इस हंसी को, हंसी समझके ना उड़ा देना दोस्तों
लड़की भी तभी फंसती है, जब हंसती है!
tareef shayari for friend |